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Gunjan Sexana

न्यू लखनऊ सिटी प्राइवेट आईटीआई ने लखनऊ के सर्वश्रेष्ठ आईटीआई कॉलेजों में से एक के रूप में तेजी से अपनी पहचान बनाई है, जो छात्रों को उद्योग-प्रासंगिक कौशल और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने के लिए समर्पित है। न्यू लखनऊ सिटी प्राइवेट इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, जिसकी स्थापना 2019 में हुई थी, प्राउडली पिनैकल एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा प्रोमोट किया गया है। यह ट्रस्ट भारतीय ट्रस्ट अधिनियम, 1882 (पंजीकरण संख्या: 5367) के अंतर्गत पंजीकृत है और इसका पंजीकृत कार्यालय 3 कैनाल स्ट्रीट, लखनऊ – 700014 में स्थित है।

ट्रस्ट में ऐसे अनुभवी पेशेवरों की टीम शामिल है, जिन्हें अकादमिक कार्यक्रमों और संस्थानों का एक दशक से भी अधिक समय का प्रबंधन अनुभव है। ट्रस्ट दो विशेष कोर्स प्रदान करता है और गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। ट्रस्ट में ऐसे अनुभवी पेशेवरों की टीम शामिल है, जिन्हें अकादमिक कार्यक्रमों और संस्थानों का एक दशक से भी अधिक समय का प्रबंधन अनुभव है। ट्रस्ट दो विशेष कोर्स प्रदान करता है और गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

ITI का विवरण

आईटीआई (Industrial Training Institute) एक प्रकार का औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान होता है, जो कि तकनीकी और गैर-तकनीकी दोनों क्षेत्रों में औद्योगिक स्तर की ट्रेनिंग प्रदान करता है। आईटीआई का संचालन प्रशिक्षण महानिदेशालय (DGT - Directorate General of Training) द्वारा किया जाता है, जो कि कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (Ministry of Skill Development & Entrepreneurship) , भारत सरकार के अंतर्गत आता है। इसका उद्देश्य छात्रों को विभिन्न तकनीकी क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान करना है।

इन संस्थानों का मुख्य उद्देश्य युवाओं को कुशल बनाना और उन्हें स्वरोजगार या रोजगार प्राप्ति के लिए तैयार करना है।

आईटीआई प्रशिक्षण आप किस प्रकार से प्राप्त कर सकते हैं?

आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) का प्रशिक्षण आप दो प्रकार से प्राप्त कर सकते हैं:

1. राष्ट्रीय व्यवसायिक प्रशिक्षण परिषद (NCVT - National Council of Vocational Training)

यह केंद्र सरकार के अधीन कार्य करती है। इसके अंतर्गत मान्यता प्राप्त संस्थान देशभर में तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।

2. राज्य व्यवसायिक प्रशिक्षण परिषद (SCVT - State Council of Vocational Training)

यह राज्य सरकार के अधीन कार्य करती है। इसके अंतर्गत मान्यता प्राप्त संस्थान संबंधित राज्य में तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।

व्यवसायिक विकल्प (Trades)

आईटीआई में व्यवसायिक पाठ्यक्रम मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं:

1. इंजीनियरिंग ट्रेड्स (Engineering Trades)

यह ट्रेड्स पूरी तरह से तकनीकी (Technical) होती हैं। इन ट्रेड्स में मशीन चलाना, माप लेना, ड्राइंग पढ़ना जैसे विभिन्न तकनीकी विषयों का व्यावहारिक रूप से प्रशिक्षण दिया जाता है।

2. नॉन-इंजीनियरिंग ट्रेड्स (Non-Engineering Trades)

इन ट्रेड्स में तकनीकी ज्ञान अपेक्षाकृत कम होता है। यह ट्रेड्स छात्रों को कार्यालय कार्य, सिलाई-कढ़ाई, कंप्यूटर जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षित करती हैं।

मुख्य उद्देश्य

आईटीआई का मुख्य उद्देश्य छात्रों को तकनीकी रूप से दक्ष बनाना और उन्हें विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों (Industrial Sectors) में कार्य करने के लिए तैयार करना है, ताकि उन्हें आगे चलकर इन क्षेत्रों में रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त हो सकें। आईटीआई की विशेषता यह है कि इसमें लिखित ज्ञान (Written Knowledge) की अपेक्षा प्रायोगिक ज्ञान (Practical Knowledge) पर अधिक ध्यान दिया जाता है। इसका परिणाम यह होता है कि छात्रों की व्यावहारिक दक्षता (Practical Skills) बेहतर होती है और उनके भीतर एक विशेष प्रकार की तकनीकी क्षमता (Technical Skill) का विकास होता है, जो भविष्य में उनके रोजगार और आत्मनिर्भरता के लिए सहायक सिद्ध होती है।

ITI के लाभ

आईटीआई प्रशिक्षण कई मायनों में फायदेमंद होता है। इसके कुछ मुख्य लाभ निम्नलिखित हैं:

1. कम लागत में प्रशिक्षण

आईटीआई प्रशिक्षण बहुत ही कम शुल्क में उपलब्ध होता है। जहाँ अन्य डिप्लोमा कोर्स करने में ₹1,00,000 से ₹1,50,000 तक खर्च हो सकता है, वहीं आईटीआई का पूरा कोर्स सिर्फ ₹16,000 से ₹36,000 के बीच में किया जा सकता है।

2. कम समय में पूरा कोर्स

आईटीआई का एक और बड़ा लाभ यह है कि इसका प्रशिक्षण बहुत कम समय में पूरा हो जाता है। कोर्स की अवधि आमतौर पर 6 महीने से 2 वर्ष तक होती है, जो अन्य डिग्री या डिप्लोमा कोर्स की तुलना में कहीं कम है।

3. सरकारी और निजी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर

आईटीआई पास अभ्यर्थियों को विभिन्न सरकारी, अर्ध-सरकारी एवं निजी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर मिलते हैं, जैसे: रेलवे, सेना (Army), नौसेना (Navy), वायुसेना (Air Force), पीएसयू कंपनियाँ जैसे: बीएचईएल (BHEL), गेल इंडिया (GAIL), सेल (SAIL), एनटीपीसी (NTPC), उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL), निजी क्षेत्र की कंपनियाँ जैसे: टाटा मोटर्स (Tata Motors), मारुति सुज़ुकी (Maruti Suzuki), हीरो मोटोकॉर्प, TVS, बजाज आदि ये संस्थान समय-समय पर आईटीआई पास उम्मीदवारों के लिए भर्ती करते हैं।

4. स्वरोजगार के अवसर

आई.टी.आई. का प्रशिक्षण स्वरोज़गार में सहायक सिद्ध हुआ है तथा आई.टी.आई. प्रशिक्षित व्यक्तियों को स्वरोज़गार हेतु सरकार द्वारा प्रधानमंत्री योजना के अंतर्गत बिना गारंटी के ऋण उपलब्ध कराया जाता है।

5. छात्रवृत्ति और प्रोत्साहन योजना

आईटीआई प्रशिक्षण के दौरान योग्य छात्रों को राज्य सरकार द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार छात्रवृत्ति और वित्तीय सहायता भी दी जाती है। इसके अलावा कुछ विशेष वर्गों (SC/ST/OBC/EWS) के छात्रों को अतिरिक्त सहायता दी जाती है।

ITI के बाद भविष्य

आईटीआई प्रशिक्षण पूरा करने के बाद आप निम्नलिखित मार्गों में करियर बना सकते हैं

1. राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप प्रमाणपत्र (NAC):

विभिन्न उद्योगों में चल रहे अप्रेंटिसशिप कार्यक्रमों में भाग लेकर यह प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकते हैं।

2. डिप्लोमा कोर्स (Lateral Entry):

डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग (जैसे इलेक्ट्रिकल) में सीधे द्वितीय वर्ष में प्रवेश लिया जा सकता है।

3. प्रशिक्षक प्रशिक्षण (CITS):

ITI पास करने के बाद आप Crafts Instructor Training Scheme (CITS) के माध्यम से आईटीआई में प्रशिक्षक (Instructor) बन सकते हैं।

4. 12वीं के समकक्ष योग्यता:

NIOS के माध्यम से 12वीं की परीक्षा पास कर उच्च तकनीकी शिक्षा (जैसे पॉलिटेक्निक, बीटेक आदि) में प्रवेश ले सकते हैं।

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